विधानसभा चुनाव की तैयारियों में तमाम दल
नई दिल्ली:
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर चुनाव की बिसात बिछ चुकी है,अब वोटर्स को लुभाने के लिए हर पार्टी अपने गठजोड़ में लगी है. एक तरफ जहां इस बार हरियाणा में सरकार बनाने की आस लगाए बैठी है. वहीं बीजेपी फिर से वापसी की उम्मीद में है. जबकि बीएसपी,इनेलो और जेजेपी भी बढ़िया प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं. यही वजह है कि चुनाव से पहले राज्य में सियासी दलों के बीच हलचल तेज हो गई है. हरियाणा में विधानसभा चुनाव अब ज्यादा दिन दूर नहीं है. ऐसे में तमाम पार्टियां एक्शन में आ चुकी है.विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राज्य में एक नया राजनीतिक गठबंधन बनता दिख रहा है.
हरियाणा में दिखेगा नया गठबंधन
इनेलो बीएसपी गठबंधन के बाद अब जननायक जनता पार्टी और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) पार्टी का भी एक साथ चुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा है. दिल्ली मे हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और चंद्रशेखर आजाद एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में इसकी घोषणा करेंगे. चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व वाली आजाद समाज पार्टी और दुष्यंत चौटाला की जेजेपी की निगाह दलित और जाट वोटों पर लगी है. दलितों और जाटों में अपनी पकड़ मजबूत करने में दोनों पार्टियां जुटी हुई है. राज्य में बनने जा रहे नए गठबंधन जरूर बाकी दलों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है.इससे पहले ही इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच भी गठबंधन हो चुका है. हरियाणा में दलित और जाट समुदाय के वोट काफी अहम हैं और यही कारण है कि यहां तमाम पार्टियां इन समुदायों के वोट बैंक को हासिल करना चाहती है. नया गठबंधन हरियाणा में अगर दलित और जाट वोट बैंक में सेंध लगाने में कामयाब रहा तो यकीनन इससे बड़ी पार्टियों को झटका लग सकता है. इसलिए चुनाव पूर्व होने जा रहे इस गठबंधन को काफी अहम माना जा रहा है.
कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक
सोमवार को कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होनी थी,लेकिन किन्हीं कारणों से बैठक नहीं हो पाई. हालांकि,स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने प्रत्याशियों पर फीडबैक लिया. प्रत्याशियों को लेकर भी चर्चा की गई. ये भी संभावना है कि पांचों हारे हुए लोकसभा प्रत्याशियों को विधानसभा चुनाव में उतारा जा सकता है. आज यानी मंगलवार को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हो सकती है. जिसमें कई जरूरी फैसले लिए जा सकते हैं,इसलिए इस बैठक को अहम माना जा रहा है.आवेदनों की छंटनी का काम पूरा
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने आवेदनों की छंटनी का काम पूरा कर पैनल तैयार कर लिए हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बताया जा रहा है कि 25 से 30 सीटें ऐसी हैं,जिनके पैनल में केवल एक नाम रखा गया है,जबकि कुछ सीटें ऐसी हैं,जहां पर दो से तीन दावेदारों के नाम शामिल किए गए हैं. कहा जा रहा है कि इस बार भी कांग्रेस मौजूदा विधायकों को किसी हाल नाराज नहीं करना चाहेगी. पार्टी का मानना है कि अगर अधिक संख्या में विधायकों की टिकटें काटी गईं तो इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है,इसलिए इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस मौजूदा विधायकों को टिकट देकर दोबारा चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी है. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है.क्या हरियाणा में बदलेगी वोटिंग की तारीख
हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख बदलने पर आज फैसला हो सकता है. चुनाव आयोग की आज दिल्ली में बैठक होने जा रही है,जिसमें हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख को लेकर फैसला किया जा सकता है. दरअस बीजेपी (भाजपा) की हरियाणा यूनिट ने इलेक्शन कमीशन को पत्र लिखकर एक अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को कुछ समय के लिए टालने का अनुरोध किया था. पार्टी ने चुनाव तारीख से पहले और बाद में छुट्टियों का हवाला देते हुए कहा था कि इससे मतदान प्रतिशत में गिरावट आ सकती है.जम्मू-कश्मीर चुनाव के लिए कांग्रेस ने पहली लिस्ट जारी की
कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर में 3 चरण में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को अपने 9 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की,जिसमें पार्टी महासचिव गुलाम अहमद मीर को डोरू से और प्रदेश इकाई के पूर्व प्रमुख विकार रसूल वानी को बनिहाल से मैदान में उतारा गया है. कांग्रेस ने यह सूची सहयोगी नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ सीट बंटवारे पर समझौता होने के बाद जारी की है. नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में क्रमशः 51 और 32 सीट पर चुनाव लड़ने पर सहमति जताई है. पार्टी ने त्राल सीट से सुरिंदर सिंह चन्नी,देवसर से अमानुल्लाह मंटू,अनंतनाग से पीरजादा मोहम्मद सईद,इंदरवाल से शेख जफरुल्लाह,भद्रवाह से नदीम शरीफ,डोडा से शेख रियाज और डोडा पश्चिम से प्रदीप कुमार भगत को मैदान में उतारा है.