प्रधानमंत्री जनधन योजना महिलाओं और युवाओं को सम्मान देने में सर्वोपरि रही : पीएम मोदी

PM Jan Dhan Yojana: मोदी सरकार का लक्ष्य वित्त वर्ष के दौरान तीन करोड़ से अधिक पीएमजेडीवाई खाते खोलना है.

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री जनधन योजना के शुभारंभ के 10 साल पूरे हो गए हैं. पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री जनधन योजना की 10वीं वर्षगांठ पूरे होने पर खुशी जाहिर की. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट शेयर किया और लाभार्थियों को बधाई दी.

पीएम मोदी ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा,“आज हम एक महत्वपूर्ण अवसर मना रहे हैं. जनधन योजना के 10 साल पूरे हुए. सभी लाभार्थियों को बधाई और इस योजना को सफल बनाने के लिए काम करने वाले सभी लोगों को बधाई. जन धन योजना वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और करोड़ों लोगों,विशेषकर महिलाओं,युवाओं और हाशिए पर पड़े समुदायों को सम्मान देने में सर्वोपरि रही है.”

पिछले 10 वर्षों में 53.13 करोड़ जन धन खाते खोले गए

इससे पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को प्रधानमंत्री जनधन योजना के बारे में जानकारी दी थी. उन्होंने बताया था कि पिछले 10 वर्षों में गरीबों के लिए 53.13 करोड़ जन धन खाते खोले गए हैं. इनमें 2.3 लाख करोड़ रुपये जमा हैं.

वित्त मंत्री ने कहा,"हमारा लक्ष्य चालू वित्त वर्ष के दौरान तीन करोड़ से अधिक पीएमजेडीवाई खाते खोलना है."

उन्होंने कहा कि पीएमजेडीवाई दुनिया की सबसे बड़ी वित्तीय समावेशन पहलों में से एक है. मार्च 2015 में प्रति खाते में औसत बैंक बैलेंस 1,065 रुपये था,जो अब बढ़कर 4,352 रुपये हो गया है. करीब 80 फीसदी खाते सक्रिय हैं. ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में 66.6 फीसदी जनधन खाते खोले गए हैं,इनमें से 29.56 करोड़ (55.6 फीसद) महिला खाताधारकों के हैं.

28 अगस्त 2014 को जनधन योजना की शुरुआत

केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक प्रधानमंत्री जनधन योजना (पीएमजेडीवाई) के 10 साल पूरे हो गए हैं. सरकार ने 28 अगस्त 2014 को इस योजना की शुरुआत की थी. जनधन योजना के जरिए सरकार देश के गरीब,वंचित तबके को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ने में कामयाब रही है. इसके साथ साथ ही डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर यानी डीबीटी के माध्यम से सोशल सिक्योरिटी स्कीम्स का भी फायदा सीधे लाभर्थियों तक इसके जरिए पहुंचाया जा रहा है.

डिस्क्लेमर: यह लेख अन्य मीडिया से पुन: पेश किया गया है। रिप्रिंट करने का उद्देश्य अधिक जानकारी देना है। इसका मतलब यह नहीं है कि यह वेबसाइट अपने विचारों से सहमत है और इसकी प्रामाणिकता के लिए जिम्मेदार है, और कोई कानूनी जिम्मेदारी वहन नहीं करती है। इस साइट पर सभी संसाधन इंटरनेट पर एकत्र किए गए हैं। साझा करने का उद्देश्य केवल सभी के सीखने और संदर्भ के लिए है। यदि कॉपीराइट या बौद्धिक संपदा उल्लंघन है, तो कृपया हमें एक संदेश छोड़ दें।
© कॉपीराइट 2009-2020 बुद्धिमान सूचना पोर्टल      हमसे संपर्क करें   SiteMap