नई दिल्ली:
इजरायल ने हिज्बुल्लाह और हमास से जारी जंग के बीच एक हफ्ते के लिए इमरजेंसी घोषित कर दिया है. ये इमरजेंसी तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है.इजरायल के स्टेट ब्रॉडकास्टर्स ने इसकी जानकारी दी है.
दरअसल रविवार को हिजबुल्लाह के हमले के बाद इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने सोमवार को लेबनान में बड़े पैमाने पर हवाई हमले शुरू किए. दक्षिणी और पूर्वी लेबनान में हिजबुल्लाह के 300 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया गया.
इजरायली सेना ने बताया कि हमले दक्षिणी लेबनान और बेका घाटी में केंद्रित थे. बयान में दावा किया गया कि आईडीएफ के लड़ाकू विमानों ने 'हिजबुल्लाह से संबंधित आतंकी ठिकानों' पर हमला किया.सुरक्षा बलों के मुताबिक,ये ऑपरेशन खुफिया विभाग और वायु सेना के साथ पूर्ण समन्वय में किया गया.
इजराइल के अमियाद और सेफ़ेद क्षेत्रों में अलर्ट एक्टिव होने के बाद,वायु रक्षा बलों ने लेबनान की तरफ से कई रॉकेटों को रोक दिया,जबकि अन्य प्रोजेक्टाइल अमियाद के पास खुले क्षेत्रों में गिरे.
आईडीएफ ने बताया कि 10 और रॉकेट इजरायल के निचले गैलिली क्षेत्र में भी गिरे,हालांकि तत्काल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
इससे पहले इजरायल के सैन्य प्रवक्ता डैनियल हगारी ने सोमवार को दक्षिणी लेबनान के निवासियों को चेतावनी दी कि वे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर होने वाले इजरायली हमले से पहले तुरंत अपना घर छोड़ दें.हगारी ने चेतावनी दी कि 'जल्द ही' बड़े पैमाने पर हवाई हमले शुरू होंगे. पूरे लेबनान में घरों और अन्य इमारतों में स्थित हिजबुल्लाह की संपत्तियों को निशाना बनाया जाएगा.
इजरायली सैन्य प्रवक्ता ने कहा,'हम लेबनान के उन गांवों के नागरिकों को सलाह देते हैं जो ऐसी इमारतों और क्षेत्रों के करीब स्थित हैं,जिनका इस्तेमाल हिजबुल्लाह अपने सैन्य उद्देश्यों के लिए करता है. वे अपनी सुरक्षा के लिए तुरंत खतरे से दूर चले जाएं.'
इस सप्ताह की शुरुआत में लेबनान में संचार उपकरणों में हुए विस्फोटों के बाद इजरायल-लेबनान सीमा पर तनाव तेजी से बढ़ गया. दो दिन तक हुए इन धमाकों में 37 लोग मारे गए और 2,931 घायल हो गए थे.ये घटनाक्रम इजरायल-लेबनान सीमा पर चल रहे संघर्ष के नवीनतम विस्तार को दर्शाते हैं.
ये संघर्ष 8 अक्टूबर,2023 को शुरू हुआ था,जब हिजबुल्लाह ने गाजा पट्टी में हमास के साथ एकजुटता दिखाते हुए इजरायल पर रॉकेट दागे. इसके बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दक्षिण-पूर्वी लेबनान में हवाई हमले किए थे.