त्याग करेंगे या फिर... महाराष्ट्र में राहुल का 'जैसा को तैसा' दांव में फंसे अखिलेश यादव क्या चुनेंगे?

सपा मुखिया अखिलेश यादव कहते हैं राजनीति में त्याग की कोई जगह नहीं है. ये बात उन्होंने महाराष्ट्र में सीटों के बंटवारे पर कही थी,लेकिन राजनीति तो नदी की धारा है. अपने हिसाब से अपना रास्ता बना लेती है. रास्ते में रुकावट मिली तो किनारे से निकल लेती है. महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी इसी रास्ते पर है. पार्टी ने यूपी चुनाव में कांग्रेस के साथ जो किया वो सबके सामने है. अब कांग्रेस ने भी महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी पर वही दांव चल दिया है. जैसे को तैसा वाले फार्मुले पर. इस खेल में कांग्रेस के साथ उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना भी है. शरद पवार जरूर चाहते हैं बात न बिगड़े,सब साथ रहें.

अखिलेश यादव इसी महीने दो दिनों के महाराष्ट्र के दौरे पर थे. इस दौरान समाजवादी पार्टी ने पांच टिकटों की घोषणा कर दी. अपने दो उम्मीदवारों के लिए अखिलेश ने चुनाव प्रचार भी किया. लखनऊ रवाना होने से पहले उन्होंने कम से कम 12 विधानसभा सीटों पर लड़ने की दावेदारी पेश कर दी. इससे पहले उन्होंने पार्टी के पांच सीनियर नेताओं को महाराष्ट्र चुनाव के लिए ऑब्जर्वर बना दिया था. उससे पहले पार्टी के सभी सांसद एक साथ मुंबई गए थे. लोकसभा चुनाव नतीजे आने के बाद से ही समाजवादी पार्टी महाराष्ट्र में फुल एक्शन में थी. माहौल ऐसा तैयार किया गया था कि लोकसभा चुनाव की तरह ही पार्टी महाराष्ट्र चुनाव में इतिहास बनाने वाली है.

आपस में ही बांट लीं सीटें,अखिलेश को पूछा तक नहीं

अब ज़रा आज की स्थिति परिस्थिति पर गौर करें. महाविकास अघाड़ी के घटक दल सीटों के बंटवारे पर आपस में बातचीत कर रहे थे. उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना,शरद पवार वाली एनसीपी और कांग्रेस ने आपस में अधिकतर सीटें बांट लीं,पर समाजवादी पार्टी की डिमांड पर कोई बात नहीं हो रही थी. समाजवादी पार्टी ने फिर अकेले ही चुनाव लड़ने की धमकी तक दे डाली,पर कुछ ही घंटों बाद संविधान और देश बचाने के नाम पर पार्टी ने अपनी स्टैंड बदल लिया. या फिर यूं कहें कि बदलना पड़ा. अबू आज़मी पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील कर रहे हैं अफ़वाहों पर ध्यान न दें. महाविकास अघाड़ी अटूट है. हम गठबंधन के साथ हैं और रहेंगे.

गठबंधन ने सपा के लिए छोड़ी थीं दो ही सीटें

महाविकास अघाड़ी ने समाजवादी पार्टी के लिए दो सीटें छोड़ी हैं. इन दोनों सीटों पर पिछले चुनाव में पार्टी के नेता चुनाव जीते थे.पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आज़मी खुद मानखुर्द शिवाजी नगर से विधायक हैं. रईस शेख़ भिवंडी पूर्व से विधायक हैं. अखिलेश यादव इसके अलावा तीन और विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुके हैं. पार्टी औरंगाबाद और मालेगांव में भी कुछ सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में थी. पर अब पार्टी ने बैक गियर ले लिया है. अबू आज़मी कह रहे हैं कि महाविकास अघाड़ी उनके प्रस्ताव पर विचार करेगी,जबकि अब तक वे यही दावा कर रहे थे कि समाजवादी पार्टी हर हाल में अपने सिंबल पर 25 सीटों पर लड़ेगी.

सपा आगे क्या कदम उठाएगी इस पर सबकी नजर

अखिलेश यादव के महाराष्ट्र दौरे फहाद अहमद हमेशा उनके साथ रहे. फ़हाद ने फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर से शादी की है. समाजवादी पार्टी की यूथ विंग के महाराष्ट्र में अध्यक्ष थे. अणु शक्ति नगर से टिकट के लिए वे कई बार लखनऊ आकर अखिलेश यादव से मिले. उनकी पत्नी स्वरा भास्कर भी लॉबिंग कर रही थीं. शरद पवार की सांसद बेटी सुप्रिया सुले की मदद से फ़हाद ने अपने टिकट का जुगाड़ कर लिया. अब वे शरद पवार वाली एनसीपी में शामिल हो गए हैं. उनके खिलाफ नवाब मलिक की बेटी सना मलिक एनसीपी अजीत पवार गुट से चुनाव लड़ रही हैं. सब अपने अपने जुगाड़ में जुटे हैं. तो फिर समाजवादी पार्टी का क्या होगा ! क्या पार्टी आगे टिकट नहीं देगी ! जिन तीन उम्मीदवारों का ऐलान हो गया है वे क्या करेंगे !

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