नई दिल्ली:
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के तिमारपुर से विधायक दिलीप पांडेय ने भी चुनावी राजनीति को अलविदा कह दिया है. इसकी जानकारी उन्होंने शुक्रवार को एक्स पर एक पोस्ट लिखकर दी. पांडेय से पहले गुरुवार को आप के वरिष्ठ नेता रामनिवास गोयल ने भी राजनीति को अलविदा कह दिया है. लगातार दो दिन में दो वरिष्ठ नेताओं के सक्रिय राजनीति से अलग होने के फैसले से कई सवाल उठ रहे हैं,खासकर तब जब अगले साल दिल्ली में विधानसभा का चुनाव होना है.
दिलीप पांडेय ने क्या जानकारी दी है
तिमारपुर से आप के विधायक और विधानसभा में आप के मुख्य सचेतक पांडेय ने अपने फैसले की जानकारी एक्स पर दी है. उन्होंने लिखा है,'' मेरे लिए राजनीति में बने रहने का कुल संतोष यही रहा है कि हमारी सरकार की वजह से बहुत सारे आम लोगों का,गरीब लोगों का जीवन आसान हुआ,बहुत सारे बच्चों की जिदगी के बेहतर होने की संभावनाएं प्रबल हुईं.''मेरे लिए राजनीति में बने रहने का कुल संतोष यही रहा है कि हमारी सरकार की वजह से बहुत सारे आम लोगों का,बहुत सारे बच्चों की ज़िंदगी के बेहतर होने की संभावनायें प्रबल हुई.
राजनीति में पहले संगठन निर्माण और फिर चुनाव लड़ने के दायित्व का निर्वहन करने… pic.twitter.com/s7qMTkHdGF
— Dilip K. Pandey - दिलीप पाण्डेय (@dilipkpandey) December 6,2024उन्होंने लिखा है,''राजनीति में पहले संगठन निर्माण और फिर चुनाव लड़ने के दायित्व का निर्वहन करने बाद,अब समय है
आम आदमी पार्टी में ही रह कर कुछ और करने का.तिमारपुर विधानसभा में चुनाव जो भी लड़े,दिल्ली के मुख्यमंत्री तो
अरविंद केजरीवाल जी ही बनेंगे. हम सभी दिल्ली वाले मिल कर यह सुनिश्चित भी करेंगे. मेरे संबंधों की पूंजी मेरे साथ रहेगी,ऐसा विश्वास है मुझे,आप में से कोई मुझे संपर्क करें,तो इसी विश्वास को और मजबूत करे,ऐसी कामना है.''
उन्होंने इस पोस्ट में अपनी आने वाली किताब को लेकर जानकारी भी दी है. उन्होंने लिखा है,''और हां,हमारी आगामी किताब 'गुलाबी खंजर' का लोकार्पण इसी महीने तय है,तारीख,समय और स्थान की सूचना साझा करुंगा,आप आइएगा जरूर,मुझे बहुत अच्छा लगेगा!''
दिलीप पांडेय पहली बार बने थे विधायक
दिलीप पांडेय पहली बार विधायक बने थे. उन्होंने 2020 का चुनाव तिमारपुर विधानसभा सीट से जीता था. इस चुनाव में उन्होंने बीजेपी के सुरिंदर पाल सिंह सिंह को करीब 25 हजार वोट के अंतर से हराया था.इससे पहले गुरुवार को आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामनिवास गोयल ने सक्रिय चुनावी राजनीति से संन्यास लेने का फैसला किया था. इसकी जानकारी उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को एक पत्र लिखकर दी थी. 76 साल के गोयल ने अपने फैसले की वजह बढ़ती उम्र को बताया था. उन्होंने कहा था कि वो आम आदमी पार्टी की सेवा करते रहेंगे. गोयल विधानसभा में शाहदरा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे. वो विधानसभा अध्यक्ष भी हैं.
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