संभल की एक अदालत के आदेश पर 24 नवंबर को मुगलकालीन मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क गई थी जिसमें चार लोगों की मृत्यु हुई थी. राहुल गांधी दिल्ली से संभल के लिए निकल गए हैं.
संसद में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों के सदस्यों ने संभल हिंसा के मुद्दे को उठाने की कोशिश की,लोकसभा और राज्यसभा में इसे लेकर जमकर हंगामा देखने को मिला.
बता दें कि सिविल सेवा कोचिंग शिक्षक और प्रेरक वक्ता अवध ओझा सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए और पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल तथा वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया की उपस्थिति में उनका स्वागत किया गया.
दिल्ली-नोएडा के सभी बॉर्डर की ओर बढ़ रहे हजारों किसानों की वजह से सड़कों पर लंबा जाम लग गया है. चिल्ला बॉर्डर पर पुलिस, आरएएफ के जवान और दंगा नियंत्रण वाहन तैनात किए गए हैं, ताकि किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोका जा सके.
बांग्लादेश के चट्टोग्राम में शुक्रवार को नारेबाजी कर रही भीड़ ने तीन हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की. इस्कॉन के एक पूर्व सदस्य के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किए जाने के बाद से चट्टोग्राम में विरोध प्रदर्शन जारी है. न्यूज पोर्टल ‘बीडीन्यूज24 डॉट कॉम’ ने अपनी खबर में कहा कि यह हमला बंदरगाह शहर के हरीश चंद्र मुनसेफ लेन में दोपहर करीब 2:30 बजे हुआ और इस दौरान शांतानेश्वरी मातृ मंदिर, शनि मंदिर और शांतनेश्वरी कालीबाड़ी मंदिर को निशाना बनाया गया.
India On Bangladesh Violence: बांग्लादेश संकट पर भारत ने दो टूक शब्दों में वहां की अंतरिम सरकार से कार्रवाई की उम्मीद जताई है. फिलहाल बांग्लादेश में चिन्मय दास की गिरफ्तारी से वहां के हिंदू बेहद नाराज हैं...
केरल की सरकार ने अदाणी विझिंजम पोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक पूरक रियायत (सप्लीमेंट्री कंसेशन) समझौता किया. इस समझौते के बारे में खुद राज्य के सीएम पिन्नराई विजयन ने बताया है. इस समझौते से प्रोजेक्ट की समय सीमा पांच साल बढ़ गई है. विझिंजम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह दिसंबर 2024 में चालू होने वाला है.
अमेरिका में एक खबर का असर भारत में शेयर बाजार पर देखने को मिला. सेंसेक्स और निफ्टी में एक प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली. लेकिन, अदाणी ग्रुप के शेयर बाजार मजबूती के साथ खड़े रहे. आज के दिन के कारोबार में अदाणी एनर्जी, अदाणी टोटल, अदाणी ग्रीन, अदाणी पावर में 9% से 13% तक की तेजी देखने को मिली है. अदाणी ग्रुप की कंपनियों में पैसा लगाने वाले लोगों का विश्वास बरकरार है और इसका नतीजा है कि शेयरों में शानदार तेजी देखने को मिली.